इस आलेख में शास्त्री जी के जीवन और उनके समय से जुडी प्रामाणिक सूचनाएं शामिल के गई है | शास्त्री जी के पुत्र अनिल शास्त्री जी ने इस सामग्री को पुनः प्रमाणित किया है | शास्त्री जी के जीवन और उनके समय के विभिन्न पहलुओं के संबंध में प्रामाणिक जानकारी प्रस्तुत करने के उद्देश्य से लाल बहादुर शास्त्री शोध केन्द्र में उपलब्ध पुस्तकों, दस्तावेजों तथा अप्रकाशित सामग्री का भी अध्ययन किया गया है |
यह आलेख पाठकों को प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, जिन्होंने भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बंग्लादेश के लाखों-करोड़ों लोगों को प्रेरित किया है, के बारे में एकदम सही जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगा | शास्त्री जी के जीवन ने रूस तथा उज़बेकिस्तान जैसे देशो के उन लोगों को भी प्रेरित किया जो १९६६ में शास्त्री जी के निधन के पश्चात पैदा हुए |
शास्त्री जी आज भी लोगों के लिए विनम्रता, ईमानदारी और दृढ़ता के प्रतीक हैं जिनके मन में उनकी छवि बसी हुई है | उन्होंने गरीबी में जन्म लिया और एक अकिंचन व्यक्ति के रूप में संसार से विदा हुए जो अपने पीछे न कोई जायदाद और न ही कोई धन दौलत छोड़ गए |