‘उड़ान चाह की’ मानव हृदय में उठते हुए कोमल भावनाओं, उसकी कल्पनाओं की उड़ान का एक संकलन है। कविताओं के माध्यम से मानव मन के उड़ान की चाह को शब्दों में बांधने का एक प्रयास है। इस कविता संग्रह में मैने उन रचनाओं को सम्मिलित किया है जो ना केवल आम आदमी की रोज़मर्रा के जीवन से जुड़ी हैं या संबंध रखती हैं बल्कि उनके अंतरमन में जो एक अलग दुनिया पल रही होती है, उनसे भी बराबर का संबंध रखती हैं। एक ओर जहाँ एक आम संवेदनशील आदमी की हर रोज की दुनिया है, उसकी एक बंधी-बंधाई दिनचर्या है तो दुसरी ओर उनके कोमल भावनाओं की उड़ान भरती एक चाह की दुनिया भी है। इस संग्रह में मुख्यतः मैंने छंद-मुक्त कविताओं को आप पाठकों के समक्ष रखा है। आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा। धन्यवाद!
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Udaan Chah Ki
ISBN | |
---|---|
Student Dollar Price | 7 |
Library Dollar Price | |
Pages | 82 |
Edition | First |
Year of publication | 2013 |
Weight | |
Type | |
Author |
Ms. Shanu Sinha |
Publisher |
Silver Leaf |
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ISBN | |
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Student Dollar Price | 7 |
Library Dollar Price | |
Pages | 82 |
Edition | First |
Year of publication | 2013 |
Weight | |
Type | |
Author |
Ms. Shanu Sinha |
Publisher |
Silver Leaf |
Ms. Shanu Sinha
नामः सुश्री शानू सिन्हा, कवियत्री, समाज सेवी, आकाशवाणी,नाटक-मंच कलाकार और हिंदी के प्रचार-प्रसार में देश-विदेश में सदैव प्रयासरत।जन्मः बिहार के भागलपूर जिले में एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ। छात्र जीवन से लेखनी की शुरुआत। आरम्भ में विश्वविद्यालय की तरफ से विभिन्न अवसरों पर मंच पर कविता पाठ किया। स्कूल और काॅलेज की साहित्यिक गतिविधियों से जुड़ी रहीं। स्नातकोत्तर की उपाधि लेने के साथ-साथ विश्वविद्यालय प्रांगण में नाटक-मंच में भी सक्रिय रहीं। पटना से एम्.बी.ए. की डिग्री हासिल करने के बाद 2001 में शिकागो आईं। अब वर्तमान में शिकागो में जीवन यापन कर रही हैं।उपलब्धियाँः अंतरराष्ट्रीय हिंदी समिति की त्रैमासिक मुख पत्रिका ‘विश्वा’ में कवितायें और गज़लें प्रकाशित्। हिंदी प्रचारिणी सभा, कैनडा की त्रैमासिक पत्रिका ‘हिंदी चेतना’ में कविता प्रकाशित। वर्तमान में फेडरेशन आॅफ इंडियन एसोसिएशन शिकागो की सदस्या हैं। शिकागो की संस्था हिंदी प्रेमी संघ की भी सदस्या हैं और हिंदी के प्रचार-प्रसार में कई सम्मेलनों में कविताओं का पाठ करके हिंदी भाषा और साहित्य को आगे बढ़ाया है। सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में लगातार सक्रिय रहीं। आधुनिक हिंदी कविताओं की विधाओं पर लेखनी में विशेष रुचि। साहित्य के अलावा कंम्प्यूटर की दुनिया से भी जुड़ी हुयी हैं। शिकागो स्थित एबैकस इन्फो सिस्टम नामक साॅफ्टवेअर कंपनी की अध्यक्षा हैं।